Motivational story About Students stressed/ छात्र के तणाव
स्ट्रेस (Stress) या तनाव किसी भी व्यक्ति को हो सकता है।
जहां , कुछ लोग इससे आसानी से उभर जाते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिनके लिए तनाव खतरनाक बीमारी साबित हो जाती है।
भारत समेत दुनियाभर में इससे पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिनमें से ज्यादातर लोग आत्महत्या भी कर लेते हैं।
Exam के दिनों में students का tense होना स्वाभाविक है. मेरी समझ से Tense होना हमेशा बुरा नही होता , यदि tension आपको कुछ अच्छा करने के लिए push करे तो वो ठीक है. अगर अपने school days को याद करूँ और उसमे से exams और class tests को हटा दूँ तो शायद आज जितनी पढाई की उसके 25% ही की होती. Exams हमें पढने के लिए force करते हैं , और पढने से हमें knowledge मिलती है , knowledge हमें confidence देता है , जो किसी भी काम को करने के लिए जरूरी है…तो in a way अगर exams नहीं होते तो आज मैं जो कर पा रहा हूँ वो नहीं कर पाता.
मेरा केहने का मतलब साफ है की stress या tension थोडे time के बाद भूल जाना चाहिए मे आपको एक छोटी कहानी बताथा हू
दरसल
मे ने अपने हाथ में पानी से भरा एक glass पकडा.
उसे ऊपर उठाया , ” आपके हिसाब से glass का वज़न कितना होगा?”
आप सोचो गे की
50gm….100gm…125gm’…
पर
” जब तक मैं इसका वज़न ना कर लूँ मुझे इसका सही वज़न नहीं पता”. . ” पर मेरा सवाल है की
यदि मैं इस ग्लास को थोड़ी देर तक इसी तरह उठा कर पकडे रहूँ तो क्या होगा ?”
‘कुछ नहीं’
‘अच्छा , अगर मैं इसे इसी तरह एक घंटे तक उठाये रहूँ तो क्या होगा ?” ,
मेरा हाथ दर्द होने लगेगा’,
अगर मैं इसी तरह पूरे दिन उठाये रहूँ तो का होगा?”
”मेरा हाथ सुन्न हो सकता है, मेरे muscle में भारी तनाव आ सकता है , लकवा मार सकता है और पक्का मुझे hospital जाना पड़ सकता है”…....
पर क्या इस दौरान glass का वज़न बदले गा?”
नही
” तब भला हाथ में दर्द और मांशपेशियों में तनाव क्यों आया?”
अब मे आप से
” अब दर्द से निजात पाने के लिए मैं क्या करूँ?”
आप बोलो गे की
” ग्लास को नीचे रख दीजिये!
बिलकुल सही!”
Life की problems भी कुछ इसी तरह होती हैं. इन्हें कुछ देर तक अपने दिमाग में रख लीया तो लगेगा की सब कुछ ठीक है.पर उनके बारे में ज्यादा देर तक सोचा तो आपको पीड़ा होने लगेगी.और इन्हें और भी देर तक अपने दिमाग में रखा तो ये आपको paralyze करने लगेंगी. और आप कुछ नहीं कर पायेंगे.
अपने जीवन में आने वाली चुनातियों और समस्याओं के बारे में सोचना ज़रूरी है, पर उससे भी ज्यादा ज़रूरी है दिन के अंत में सोने जाने से पहले उन्हें नीचे रखना.इस तरह से, आप का stressed कम होगा , आप हर रोज़ मजबूती और ताजगी के साथ उठेंगे और सामने आने वाली किसी भी चुनौती का सामना कर सकेंगे.